आद्रवसनी देवी के मंदिर में भक्तों का तांता, जयकारों से गूंज उठा मंदिर

पौराणिक मान्यता
शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध दिव्य फलदायिनी लेहड़ा देवी के संबंध में कई प्रचलित पौराणिक संदर्भो के अनुसार इस मंदिर की स्थापना पांडवों ने अज्ञातवास के समय की थी। मान्यता के अनुसार धर्मराज युधिष्ठिर ने इसी स्थान पर यक्ष के प्रश्नों का सही उत्तर देकर अपने चारों भाइयों को पुनर्जीवित किया था। बाद में पांचों भाइयों ने यहां पीठ की स्थापना कर पूजा अर्चना प्रारम्भ की।
पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के साथ ही विभिन्न जनपदों के श्रद्धालु मां का दर्शन व पूजन करते हैं। शारदीय नवरात्र में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुटती है। वैसे तो मंदिर परिसर में वर्ष भर मुंडन, जनेऊ, कथा आदि का आयोजन होता रहता है।
नि:शुल्क कैंप
फरेंदा कस्बे के स्टार हास्पिटल ने मंदिर परिसर में निशुल्क स्वास्थ्य कैंप लगाया गया है। जहां श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग और अन्य जांच हो रही है। प्रबंधक ने कहा कि वैसे तो आए दिन लेहड़ा मंदिर परिसर में कैंप लगाकर श्रद्धालुओं की जांच की जाती है। लेकिन पूरे नवरात्र भर कैंप लगाकर श्रद्धालुओं की जांच की जारही है
संवाददाता दीपक कुमार