ओमान के मसकट अस्पताल मे आठ माह से जिंदगी व मौत से जुझ रहा दयानंद जिंदगी की जंग हार गया।

काम व रोजगार के चक्कर में विदेश ओमान देश के मसकट में कोल्हुई थाना क्षेत्र के कैथवलिया पाठक टोला ककरहवां निवासी 31 वर्षिय युवक दयानंद चौहान पुत्र कदम चौहान एक वर्ष पूर्व कमाने गया था। वहाँ पर फर्नीचर का कार्य करता था। दयानन्द चौहान ओमान देश के मसकट में कम्पनी के वाहन से अपने रूम पर आ रहे थे तभी वाहन अनियंत्रित होकर डिवाइडर से लड़ कर पलट गयी जिसमें दयानन्द चौहान बुरी तरह जख्मी होकर बेहोश हो गया। घटना के आठ माह तक इलाज चलता रहा अन्ततः दयानंद शनिवार को जिंदगी की जंग हार गया।बताते चले कि एक वर्ष से अपने परिवार से दूर और अभी हाल ही में पिता की मौत मे न आ पाना पिता के अर्थी को कंधा न दे पाना भी दयानन्द को नसीब नही हो पाया। घर पर पत्नी मीरा व दो बेटिया खुशी 8 वर्ष प्रिया 5 वर्ष का रो- रोकर बुरा हाल है। मीरा हमेशा बीमार पति के लिए भारत में लाने के लिए विलाप कर रही थी।। दयानन्द की मां गंगोत्री देवी का भी रो रोकर बुरा हाल है।
शनिवार पूर्वाह्न जैसे ही मौत की खबर आई पूरे परिवार मे दुखो का पहाड टूट पड़ा अब परिजनों ने विदेश में दयानंद के शव को लाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं।