
यूपी पंचायत चुनाव 2021 में प्रत्याशी जहा वोटरों को लुभाने कोई कसर नही छोड़ रहे है, वही जनता भी अगले 5 साल का पूरा हिसाब इसी चुनाव में ले रही है, कही शराब कही मुर्गा कही पैसा और कही अन्य खर्चो का पूरा हिसाब वोटर प्रत्याशी से ले रहे है,
खर्चो में इतना व्यस्त हो गए कि प्रत्याशी और वोटर दोनों कोरोना महामारी को भूल ही गए गए है, जैसे कि उन्हें पता ही न हो कि कोरोना प्रत्येक दिन फिर से लाखों में बढ़ रहा है, सरकार और प्रशासन दोनों परेशान है कि कोरोना से देशवासियों की रक्षा कैसे किया जाए जब लोग ही नही मानते हो,
कोरोना से प्रतिदिन हजारो लोग जान से हाथ धो रहे है,
इसी में पंचायत चुनाव ने लोगो मे सरगर्मी बढ़ा दी है, और लोग भीड़ से बचना भी नही चाहते,
प्रत्याशी कही जुलूस निकाल रहे है तो कही अधिक संख्या में लोगो को लेकर वोट मांगते दिख रहे है, हद तो तब हो गयी जब वोट मांगने महिला प्रत्याशी व उनकी सहयोगी लोग जाते है, ये लोग एक दिन में 10 से 15 गांव घूमते हैं, और घर के अंदर तक जा के महिलाओं से संपर्क बनाते हैं,