महाराजगंज जिले में बाढ के बाद अवैध बालू की बेखौफ तस्करी जारी जिम्मेदार मौन नदी कर रही हर वर्ष कटान ग्रामीणों में खौफ

बाढ़ समाप्त होते नदियों में बालू का खनन जोर पकड़ लिया है इस समय महाराजगंज सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार। उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के नौतनवा तहसील अंतर्गत ग्राम सभा जिगनीहवां टोला दोमुहान घाट नदी से भारी पैमान पर बेखौफ बालू का खनन जारी है । सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार रात 2:00 बजे से बालू का खनन शुरू हो जाता है और सुबह होते होते ट्रैक्टर ट्राली से बिक्री के लिए खरीदारों के यहां पहुंचा दिया जाता है ।जबकि एक तरफ बाढ़ आते ही नदी के आसपास बसे गांव में अफरा तफरी का माहौल बन जाता है उस समय किसी को कुछ दिखाई नहीं देता इतना ही नहीं दोमुहान गांव के बगल में नदी का काफी कटान हो चुका है रास्ते कटते जा रहे हैं कटते कटते नदी गांव के समीप आ गयी है शासन की तरफ से ठोकर के लिए कुछ ईट के टुकड़े बांस बल्ली की व्यवस्था करके ठोकर लगाने की तैयारी की गयी है वही बालू तस्कर इस चीज को मानने को बिल्कुल तैयार नहीं अपना बिजनेस चलाने के लिए व सबकी जेब गर्म करने के लिए आए दिन बालू का खनन करवाते रहते हैं और अच्छे पैसे में ले जाकर गांव में कस्बों में भेजते व बेंचते हैं एक तरफ पार्टी की धौस भी जमाते हैं दूसरी तरफ बालू खनन करवाते हैं यदि इसी तरह बालू खनन की प्रक्रिया चलती रही तो नदी के किनारे बसे कई गांव नदी के आगोश में आ जाएंगे जिस पर काबू पाना बड़ा मुश्किल हो जाएगा समय रहते ही शासन और प्रशासन नहीं चेता तो आने वाले भविष्य में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है जो बहुत ही दुखदाई होगा साथ ही यह तस्कर सरकार को भी राजस्व की भारी क्षति पहुंचा रहे हैं रहे हैं आइए हम दिखाते हैं नदी से निकालकर बालू को किस तरह ढेरी लगाया जाता है कुछ ही क्षणों में यह बालू यहां से गाड़ियों से लोड होकर चला जाता है जिसका कुछ अता पता भी नहीं चलता है।की रात भर में इकट्ठा किया हुआ सुबह तक का बालू कहां गया जनता की निगाहें तो पड़ती है इस पर जिम्मेदारों कि नहीं कि यह क्या हो रहा है क्योंकि सब जानते हैं कि नदी कटान कर रही है और उसका ठोकर बनाने का बंदोबस्त भी किया गया हैै।
नौतनवा से तहसील प्रभारी वेद प्रकाश दुबे की विशेष रिपोर्ट।