मांस मछली खाने से तनमन असुध होता है- संत उमाकांत तिवारी

उज्जैन से आये बाबा जयगुरुदेव के उत्तराधिकारी परम संत बाबा उमाकान्त तिवारी जी ने गोरखपुर मंगलम रिजार्ट मे सतसंग को सुनाते हुए कहा कि तामसी भोजन करने से तनमन असुध होता है तरह तरह की बिमारियाँ होती है जैसे दुसरे की हत्या कर के उसके मांस को खाने से हमेशा मन को शांति नहीं मिलता है जैहे के अंदर आत्मा है उसी प्रकार हर प्राणी के अंदर आत्मा बसती है और भगवान का भजन करने से मन को तथा आप के परिवार को शांति मिलेगी इसलिए आप लोग किसी भी प्राणी जिव की हत्या न करें हर प्राणी के अंदर भगवान हैं आप लोग अपने ही परिवार में रहकर कम से कम साम सुबह दस मिनट का समय निकाल कर भगवान का सुमिरन भजन करते रहिए ताकी आने वाली हर दैविक आपदा से बच सकें।
सतसंग मे उन्होने कहा कि आप सभी लोग सबसे आग्रह कीजिए कि सब लोग जिवो पर दया करे तथा जिव हत्या को रोकें तभी सबका कल्याण होगा
जयप्रकाश वर्मा
संवाददाता ब्लाकप्रभारी
दैनिक महराजगंज न्यूज़