शहीद स्मारक स्थल पर हुआ कार्यक्रम

भिटौली,महराजगंज। ग्यारवी सदी के प्रारंभिक काल मे भारत मे एक घटना घटी जिसके नायक श्रावस्ती सम्राट वीर सुहलदेव राजभर थे । राष्ट्रवादियों पर लिखा हुआ कोई भी साहित्य तब तक पूर्ण नहीं कहलाएगा जब तक उसमे राष्ट्रवीर श्रावस्ती सम्राट वीर सुहलदेव राजभर की वीर गाथा शामिल न हो ।उक्त बातें सदर विधायक जयमंगल कन्नौजीया ने शहीद स्थल विशुनपुर गबडूआ में चौरी चौरा शताब्दी वर्ष पर महाराजा सुहेलदेव जी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहाकि श्रावस्ती सम्राट वीर सुहलदेव राजभर का जन्म बसंत पंचमी सन् 1009 ई. मे हुआ था ।महाराजा सुहलदेव जी मे राष्ट्र भक्ति का जज्बा कूट कूट कर भरा था ! इसलिए राष्ट्र मे प्रचलित भारतीय धर्म, समाज, सभ्यता एवं संस्कृति की रक्षा को अपना परम कर्तव्य माना ।राष्ट्र की अस्मिता से सुहलदेव ने कभी समझौता नहीं किया ।महाभारत के बाद ये दूसरा उदहारण है जब राष्ट्रवादी नायक सुहलदेव राजभर ने राष्ट्र की रक्षा के लिए २१ राजाओ को एकत्र किया और उनकी फ़ौज का नेतृत्व किया ।इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ उज्ज्वल कुमार , मुख्य विकास अधिकारी गौरव सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता , परियोजना अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी घुघली ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी वर्चुअल संबोधन भी एलईडी वैन के माध्यम से प्रसारित किया गया। इसके पूर्व शहीद स्थल पर विधायक सहित अधिकारियों ने पुष्प अर्पित कर श्रधांजलि दी। इस दौरान पूर्व मण्डल अध्यक्ष राम कोमल चौधरी, सेक्टर प्रभारी सूर्यनाथ शर्मा, सभासद प्रदीप गौड़, तहसीलदार जशीम, जिला विद्यालय निरीक्षक अशोक सिंह सहित तमाम ग्रामवासी व विद्यालयों के बच्चे मौज़ूद रहे।