सरकारी मोबाइल नम्बर नही उठाने पर नप गए आला अधिकारी ,मिला नोटिस

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बावजूद भी यूपी के अफसर कितने लापरवाह है, इसका एक ताजा उदाहरण सामने आया है। राज्य की तस्वीर और तकदीर बदलने में जुटे ये अफसर अपने कार्यों में इतने ‘व्यस्त’ हैं कि यूपी सीएम ऑफिस से उनके सीयूजी नंबर पर आने वाली फोन कॉल्स को भी न उठा सके। जो अफसर सीएम ऑफिस के फोन कॉल्स को ही न उठा सकें, वे क्या आम जनता के फोन कॉल को उठाएंगे? इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य के हर अफसर को उनकी सीयूजी नंबर पर आने वाली हर फोन कॉल को उठाने का सख्त निर्देश देते रहे हैं, ताकि अफसर आम जनता से भी कनेक्ट हो सकें और उनकी समस्याओं को तत्काल सुलझा सकें। अफसरों द्वारा सीएम के इन निर्देशों का पालन करने की हकीकत जानने के लिये सीएम ने अपने सचिवालय को सभी अफसरों को फोन करने के निर्देश दिये।
सीएम योगी के निर्देश पर मुख्यमंत्री कार्यालय से प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारियों, कमिश्नरों और कुछ अहम पुलिस अफसरों को फ़ोन मिलाया गया लेकिन अधिकतर अफसरों ने सीएम ऑफिस का फ़ोन नहीं उठाया। इसके बाद मुख्यमंत्री सचिवालय ने फोन न उठाने वाले अफसरों नोटिस जारी कर अगले तीन दिनों में जवाब मांगा है।
उत्तर प्रदेश शासन ने प्रदेश के 25 डीएम, चार कमिश्नर, करीब 12 एसएसपी समेत कुछ अफसरों को नोटिस जारी कर दिया है। इन अफसरों से सरकारी फोन ना उठाने के मामले में 3 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। ऐसे अफसरों में वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या व बरेली के कमिश्नर भी शामिल हैं।
जिन जिलों के डीएम ने फोन नहीं उठाया, उनमें गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बदायूं, अलीगढ़, कन्नौज, संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, फिरोजाबाद, हापुड़, अमरोहा, पीलीभीत, बलरामपुर, गोंडा, जालौन, कुशीनगर, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर झांसी, मऊ, आजमगढ़, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या और बरेली के डीएम शामिल हैं। इसके अलावा कुछ एसएसपी और पुलिस अफसर भी फोन न उठाने वालों में शामिल है।
जानकारी के मुताबिक मु्ख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि राज्य के कई जिलों के जिलाधिकारी और कमिश्नर अपने सरकारी फोन को रिसीव नहीं करते हैं। जिसके बाद सीएम योगी ने हकीकत जानने के लिये अफसरों को फोन लगाने के निर्देश दिये।