दैनिक महराजगंज न्यूज़
सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग अंतर्गत मधवलिया रेंज के गांव पिपराकाजी में रविवार की रात को रहस्यमय बीमारी के चलते (60) वर्षीय मादा पालतू हाथी की मौत हो गई। हालांकि हाथी के मौत का कारण बीते करीब तीन दिनों से बीमार होने की बात कही जा रहा है। हाथी की मौत की बातें सोमवार की सुबह तक क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। जिसके बाद हाथी को देखने के लिए मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। इसी बीच मृतक हाथी के स्वामी नाथू चौधरी ने इसकी जानकारी संबंधित अधिकारियों को दी। इस दौरान वन विभाग और पशु चिकित्सक की टीम जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंच गई।
गांव पिपराकाजी निवासी नाथू चौधरी ने बताया कि उन्हें बचपन से ही हाथी से बहुत लगाव था। वह करीब डेढ़ दशक पहले बिहार के सोनपुर जिले से हाथी को खरीदकर लाये थे। हाथी को देखने के लिए दूर दराज से लोग उनके दरवाजे पर आते थे। वही क्षेत्र में समय- समय पर होने वाली धार्मिक कार्यों में हाथी शामिल होकर उनकी शोभा भी बढ़ाती थी। लेकिन पिछले कुछ समय से अचानक उसकी तबियत खराब हो गई। जिसके बाद पशु चिकित्सकों डॉ० दिलीप सिंह से उसका इलाज कराया जा रहा था। लेकिन रविवार की शाम को हाथी की कुछ ज्यादा ही तबियत बिगड़ गई। जिसके चलते वह भोजन नही की। उसके बाद रात को अचानक जमीन पर गिर पड़ी। और फिर दोबारा जमीन से नही उठी। जिसकी जानकारी इलाज कर रहे चिकित्सक को दी गई, तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर हाथी की स्वास्थ्य जांच कर मृत घोषित कर दिया। हाथी की मौत की खबर सुनते ही परिवार सहित ग्रामीणों में शोक की लहर उठ पड़ी। मौके पर मौजूद वन विभाग के एसडीओ घनश्याम राय ने बताया कि मृत हाथी का उम्र काफी ज्यादा हो गई थी। ऊपर से पिछले कई दिनों से बीमार थी। जिसका इलाज चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा था। लेकिन कई दिनों से बीमारी के चलते वह कमजोर हो गई थी। जिसके कारण वह अचानक जमीन पर गिरी। जिसके बाद उसकी मौत हो गई है।