प्रभु राम के भजन से सुखमय जीवन व जनकल्याणःराजन महराज

नौ दिवसीय श्रीराम कथा मे पहुचा अपार जनसमूह
महराजगंज:
घुघली क्षेत्र के हरखा प्यास मे नौ दिवसीय श्री राम कथा आयोजन के प्रथम दिन अपार समूह कथा स्थल पर पहुच श्रीराम कथा का रसपान किया।विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक प्रेमभूषण जी के कृपापात्र राजन महराज के कथा वाचन के लिए दूर दराज के भक्त पहुचे और तल्लीन होकर भक्ति के सागर में डूब प्रभु श्रीराम के व्यक्तित्व को जीवन मे उतारने का संकल्प लिया।कथा वाचक राजन महराज ने श्रीरा कथा के प्रथम सत्र की शुरुआत जय जय राम भवन से की और गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्री रामचरित मानस पर प्रकाश डाला।
श्रीरामकथा मे राजन महराज ने कलियुग मे प्रभु राम के सुमिरन का महत्व जनमानस को बताया।कथा वाचन के दौरान राजन महराज ने कहा कि तुलसीदास ने कलियुग को सबसे सुन्दर युग बताया है गोस्वामी तुलसीदास ने कहा कि ‘कलियुग सम जुग आन नहिं जौ नर कर विश्वास।गाई राम गुन गन विमल भव तार बिनहिं प्रयास।अर्थात कलिकाल मे केवल भगवान का गुणगान कर बिना कोई अन्य साधन साधे केवल भगवान के आश्रय मे आ जाने से अपार भवसागर को पार किया जा सकता है।कलियुग पर विस्तृत ब्याख्यान देते हुए राजन महराज ने कहा कि कलियुग का उम्र चार लाख बत्तीस हजार वर्ष है प्रथम चरण का पांच हजार एक सौ साल बीत चुका है।उन्होने कहा कि तुलसीदास कहते है कि त्रेता द्वापर व सतयुग से बेहतर है कलियुग क्योकि इसे हम देख रहे है और प्रभु श्रीराम का श्रवण कर रहे है इसलिए कलियुग हमारे लिए सबसे सुन्दर युग है।यह गोस्वामी तुलसीदास ने कलियुग की महिमा बताई है।श्रीराम कथा वाचन से राजन महराज ने रामचरित मानस के संदर्भ मज कहा कि मन मे मानस उतर जाए तो ही कथा की सार्थकता है।कथा वाचन के प्रथम दिन साढे तीन घंटे के प्रवचन मे राजन महराज ने श्रीराम के आदर्शो त्याग बलिदान पर प्रकाश डाला और सुखमय जीवन के लिए प्रभु राम के भजन को महत्वपूर्ण बताया।श्रीराम कथा को सुन भक्त भक्ति मे लीन होकर प्रभु राम के आदर्शो को जन कल्याण का मार्ग बताकर जीवन मे उतारने का संकल्प लिया।
दो एकड़ मे बना है जर्मन हैंगर पांडाल
घुघली क्षेत्र के हरखा प्यास मे
आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा मे भक्तो के सुरक्षा व बैठने को लेकर हाईटेक इंतजाम गये गये है।ग्रामीणो की टोली भीड़ को पक्तिबद्ध तरीके से बैठने,वृद्धो को कथा स्थल तक पहुचाने तक की व्यवस्था मे जुटे है।खराब मौसम के दृष्टिगत जर्मन हैंगर टेंट लगाए गये है जिसे लगाने के लिए क्रेन की मदद ली गयी है।पांच हजार से अधिक क्षमता वाले पांडाल मे सुरक्षा मानको का विशेष इंतजाम है।बरिश व तेज हवाओ के झेलने की क्षमता वाला टेंट लगाया गया है।
टीवी व फेसबुक पर हो रहा प्रसारण
हरखा प्रयास मे हो रहे श्रीराम कथा की भव्यता देख हर कोई स्तब्ध है।विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक राजन महराजगंज टीवी चैनलो व सोशल मिडिया पर कथा का रसपान कराते है।कथा वाचन प्रतिदिन अपराह्न 3बजे सेशाम 7बजे तक हो रहा है।कथा वाचन का प्रसारण सोशल मिडिया पर भी देखा जा रहा है।फेसबुक पर 12घंटे मे 26हजार से अधिक लोग देख चुके है और सोलह हजार लोग पसंद कर चुके है।कथा सुनने पहुच रही अपार भीड़ मे कई जनपदो के लोग भी शामिल है।
श्रद्धा व भक्ति की अनूठी मिशाल
हरखा प्यास मे आयोजित श्रीराम कथा आयोजन के आयोजन कर्ता शंकर पाडेय ने श्रद्धा व भक्ति भावना की मिशाल लोगो की जुबान पर छाई गयी।आयोजन कर्ता नीजि खर्च से इतने भव्य कार्यक्रम का आयोजन कर क्षेत्र के लोगो को प्रभु श्रीराम के आदर्शो से रुबरु कराकर सभ्य समाज के निर्माण का प्रयास कर रहे है।मर्यादा पुरुषोत्तम के अनन्य भक्त शंकर पाडेय आम जन मानस मे प्रभु श्रीराम के जीवन को जानने और अनुसरण कर सुखमय जीवन के उद्देश्य से भव्य आयोजन किया गया है।इनके इस नेक कार्य मे अमित आरुण आरुष नीरज पाडेय अनूप रामू सन्हू रामू सहित समस्त ग्रामीवासी सहयोग में लगे है।