मौसम की बेवफाई से अन्न देवता हुए बेहाल,खेती कार्य बाधित

महराजगंज :- महराजगंज जनपद का स्थान प्रदेश एवं देश में कृषि उत्पादन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमीका निभाता आ रहा है ।ऐसे जनपद की स्थिती आज बहुत ही दयनीय हो गयी है ।मौसम की मार ने यहाँ के किसानो को न घर का छोड़ा न घाट का । जनपद में खरीफ के प्रमुख उत्पाद धान की फसल का रोपाई जैसे तैसे किसान करने में जूटे हैं ।इस बीच मौसम का साथ न मिलने की वजह से काफी प्रतिशत धान की रोपाई अभी शेष है ।चालू फसल चक्र के दौरान जनपद में 167000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान की रोपाई का लक्ष्य निर्धारित है ।लक्ष्य की पूर्ति में मौसम बाधक बन कर खड़ा है ऐसे में लक्ष्य की पूर्ति हो पाएगी कि नहीं आने वाले कुछ समय में स्पष्ट हो सकेगा ।उल्लेखनीय है की खरीफ फसल के प्रारंभ से ही मौसम का साथ किसानों को नहीं मिला जिसके फलस्वरूप धान की नर्सरी, खेतों की जुताई आदि। तमाम व्यवधान आते रहे है ।जिसके फलस्वरूप अभी भी काफी प्रतिशत खेतों में धान की रोपाई नहीं हो सकी है ।जबकि कृषि विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि जनपद में 50% धान की रोपाई पूर्ण हो चुकी है और शेष बारिश का दौर थमने के बाद पूरा हो जाएगा ।दूसरी तरफ तमाम गांव में यह स्थिति है कि धान की नर्सरी पूरी तरह नष्ट हो जाने के कारण किसानों के पास रोपाई के लिए धान की नर्सरी ही नहीं है। जिनकी बची हुई है उनकी अपनी जरूरत की पूर्ति मुश्किल बना हुआ है ।ऐसे में सब के खेतों की धान की रोपाई कैसे पूर्ण होगी ऐ बहुत बड़ा सवाल बन गया। किसानों का कहना है कि समय व्यतीत होता जा रहा है। और मौसम का साथ नहीं मिल रहा है जिसके कारण धान की खेती में दिक्कत बनी हुई है। आने वाले कुछ सप्ताह में धान की खेती को लेकर स्थिति स्पष्ट होने की आशा है की धान की रोपाई सभी खेतों में हो पाएगी की नहीं।
और आगे क्या होगा देश के इस अन्न देवता का हाल ।क्या इस परेशानी में रहकर देश का किसान खुशहाल रह पायेगा । कर्ज,और महगांई तले दबे किसान की कैसे होगी आय दो गुनी ।ऐ सबसे बड़ा सवाल है ।